हेलो दोस्तों आज हम आप सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पोस्ट लेकर आए है दोस्तों आपको इस राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पदों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी पोस्ट में हम आज आपको उन महान अस्थियो के बारे में बताने जा रहे है आज की इस पोस्ट में हम आपको राष्टीयपति उपराष्टीयपति प्रधान मंत्री के बारे सम्पूर्ण जानकारी बताएंगे की इन सब का पद हासिल करने के लिए क्या करना है और आज की इस पोस्ट में हम आपको पूरी जानकारी बताएंगे
भारत का राष्ट्रपति:
दोस्तों आप सभी को बता दे की भारत यानी पुरे विश्व सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और इसके साथ ही भारत के राष्ट्रपति देश का पहला नागरिक माना जाता है और वह तीनो सेनाओ का सर्वोच्च सेना पति होता है। और आपको बता दे की राष्ट्रपति को शपथ इस लिए दिलाई जाती ताकि वह देश को सुरक्षित रख सखे और कानून को सबाल सखे
आपको बता दे की भारतीय सविधान के अनुच्छेद 58 के अनुसार
- आपको बता दे की भारत नागरिक होना बेहद जरूरी है
- काम से कम आपकी उम्र 35 वर्ष आयु होना अनिवार्य रहे है
- और वह किसी भी लाभ के पद पर कार्यकत नहीं होना चाहिए
- और वह व्यक्ति लोकसभा का सदस्य होने की योग्यता पूरी करता हो
इस उदेश्य को ध्यान में रखते हो हुए शपथ लेनी पड़ती है की वह देश के निश्चित सच्ची आस्था और निष्ठा रखेगा और भारत की अखंडता को अक्षुण रखेगा । लोकसभा स्थान का पद हासिल करने के लिए व्यक्ति की आयु 25 वर्ष आयु होनी चाहिए, और उसके पास ऐसी योग्यताए होनी चाहिए जो संसद द्वारा मांगी गयी हो
उपराष्ट्रपति:
तो दोस्तों अब बात करते उपराष्ट्रपति के बारे में पहले आपको बता दे की उपराष्ट्रपति की न्यूनतम आयु 35 वर्ष होनी अनिवार्य है मेरे प्यारे दोस्तों आपको बता दे की भारत के राष्ट्रपति के बाद दूसरा पद उपराष्ट्रपति का होता है
अब आपको बता दे की उपराष्ट्रपति कैसे चुनते है इसका चुनाव निवार्चक मंडल और इलेक्टोरल कालेज करता है। उपराष्ट्रपति पद हासिल करने के लिए अभ्यर्थी का नाम 20 मतदाताओं और प्रस्तावित 20 मतदाताओं के समर्थित होना बेहद आवश्यक है
इसके साथ ही अभ्यर्थी को 15,000 की जमानत राशि जमा करना अति आवश्यक है और अगर अभ्यर्थी नाम वापिस लेना चाहता है तो वह प्रत्याशी निर्वाचन अधिकारी को नोटिस लिखकर अपना नाम वापिस भी ले सकता है
जाने कैसे होती है वोटो की गिनती :
मेरे प्यारे दोस्तों आपको बता दे की राष्ट्रपति जैसे चुनाव होते है उपराष्ट्रपति में ऐसा नहीं है की उसने सबसे ज्यादा वोट हासिल कर लिए तो उसकी जित तय हो जाती है उपराष्ट्रपति वो ही बनता है जो वोटो के अलावा आधा हिस्सा कर सकते है पहली बात तो यहाँ आती है की अगर वोट लेने वाला का स्वभाव अच्छा है तो उसको वोट मिल ही जाते है और वोट देने वाले पहले ही अपना वोट चुन कर जाते है जब वह वोट देने जाते है
वोट हो जाने के बाद वोट की दर्ज मतदाताओं वरीयता के मत गिने जाते है और उसके बाद अगर पहली ही गिनती में उम्मीदवार जीत की जरूरी वेटेज कोटा हासिल कर लेता है तो उसकी जीत हो जाती अगर फिर भी उसके बाद ऐसा नहीं होता है तो प्राथमिकता के आधार पर वोट गिने जाते है
फिर उसके बाद पहले उस उम्मीदवार को बहार किया जाता है जिसको पहली गिनती में सबसे कम वोट मिले है और उसके बाद यह देखा जाता है की उसके दूसरे पसंद के वोट किस उम्मीदवार को कितने मिले है
जाने कैसे होते उम्मीदवार बाहर : दसूरे पक्ष के वोट ट्रांसफर करने बाद सबसे कम वाले वोट के उम्मीदवार को बाहर करने की नौबत आती अगर दोनों उम्मीदवारों में से किसी एक को भी कम वोट मिले है तो उस उम्मीदवार को बहार किया जाता है जिस्सके पहली प्राथमिकता वाले वोट कम हो
आगे तक कौन बना रहता है दौड़ में जाने : आगे आने वाले अंत तक भी किसी उम्मीदवार को कोटा न मिले तो उनमे से उमीदवार एक एक करके बाहर होते रहते है और जो अंत तक बना होता है वही उम्मीदवार विजय प्राप्त कर पता है
उपराष्ट्रपति का कार्यकाल के बारे में जाने ;
आपको बता दे की उपराष्ट्रपति का कार्यकाल सिर्फ 5 वर्ष का रहता है । यदि पूर्व किसी उपराष्ट्रपति के पूर्ण 5 वर्ष समाप्त होने की वजह से अगर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव किया जा रहा है तो उसका निर्धारित अवधि पर समाप्त हो जाता है यदि किसी अन्य प्रॉब्लम के कारण यह पद रिक्त हो जाता है तो मोत, या इस्तीफे, बर्खास्तगी या अन्य परेशानी से कोई परेशानी आती है तो उसी टाइम नया उपराष्ट्रपति चुन लिया जाता है और उसके लिए सभी शपथ ग्रहण की तिथि से पांच दिन का होगा
दोस्तों अब हम बात करेंगे प्रधान मंत्री के बारे अभी तक हमने आपको इस पोस्ट में राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति के बारे सम्पूर्ण जानकारी बता दी है अगर आपको किसी तरह की कोई भी परेशानी आती है तो आप हमे कमेंट करके बता सकते हो जिससे हम आपकी मद्द्त कर सखे और आपके लिए ओर भी महत्वपूर्ण जानकारिया लेकर आ सखे तो दोस्तों शुरू करते है आगे के बारे में
भारत का प्रधानमंत्री :
दोस्तों आपको बता दे की प्रधानमंत्री का पद भारतीय शासन का पद है दोस्तों प्रधामंत्री केंद्र का सरकार मुख्य मंत्रिपरिषद और राष्ट्रपति का सलाहकार होता है और वह भारत सरकार के कार्यपालिका का मुख्य रूप होता है
मेरे प्यारे दोस्तों महत्वपूर्ण जानकारी आपको बता दे की प्रधानमंत्री लोकसभा में बहुमत धारी दल का नेता होता है उसकी नियुक्त भारत के राष्ट्रपति के द्वारा लोकसभा में बहुमत सिद करने में होती है, और इस पद पर किसी तरह की कोई समय सिमा सिद नहीं की गयी है वह जब तक रह सकता है तब तक लोकसभा में बहुमत उसके पक्ष में होते है
आपको बता दे की इस पद की स्थापना, वर्तमान कर्तव्यों , शक्तियों के साथ 26 जनवरी 1947 को संविधान प्रवर्तन के साथ की गयी थी उस समय में वर्तमान समय तक पद पर कुल 24 पदाधिकारियों ने सेवा दी और इस पद नियुक्त होने वाले पहले पदाघिकारी जवाहरलाल नेहरू थे और अब वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है जिनको 26 मई 2014 को इस पर नियुक्त किया गया था
दोस्तों केसी लगी आपको आज की यह जानकारी आज की पोस्ट में हम आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारिया लेकर आये है आपको इस पोस्ट में कुछ महत्वपूर्ण जानकारिया ही दी गयी है जो आपके लिए महत्वपूर्ण है अगर दोस्तों आपको किसी तरह की कोई भी परेशानी आती है तो हमे कमेंट करके बता सकते हो जिससे हम आपके लिए और भी अन्य महत्वपूर्ण जानकारिया ला सखे।